Understanding of Penny Shares
पैनी शेयर्स क्या हैं?
अपने अपने दोस्तों से या किसी भी फिएन्सेल इन्फुलांसर्स से सुना होगा कि जिन शेयर्स के भाव 50 रूपये से कम होते हैं उन्हें पैनी शेयर्स कहा जाता है, जिसको अगर आप जल्दी ही खरीद लेते हैं तो आप बहुत जल्द कम समय में अमीर बन जायेंगे, लेकिन यह पूरी तरह से सत्य नहीं है दरसल सत्य भी नहीं है।
तो सत्य क्या है यह हम इस आर्टिकल में जानने कि कोशिश करेंगे।
परिभाषा - परिभाषा पैनी शेयर्स कि निश्चित परिभाषा नहीं है यह समय के साथ साथ बदलती रहती है वर्तमान में 50 रूपये से कम भाव को पैनी शेयर्स कहते हैं आज से कुछ साल पहले यह भाव 25 था और उस से भी कुछ साल पहले यह भाव 10 रूपये व उस से भी पहले 5 था इत्यादि। |
किसी भी शेयर को पैनी शेयर होने के लिए इन 2 शर्तों को पूरा करना चाहिए तब ही पैनी शेयर वो शेयर पैनी शेयर माना जायेगा
1 - शेयर का भाव ₹50 से कम होना चाहिए ।
2 - उस कंपनी कि मार्किट कैप 1000 Cr से कम होनी चाहिए।
विस्तार से समझिये -
शेयर का भाव ₹50 से कम होना चाहिए - अधिकतर लोग समझते हैं कि यदि हम महंगा शेयर खरीदेंगे तो हमें ज्यादा पैसे देने होंगे और शेयर भी कम मिलेंगे और सस्ता शेयर खरीदने में हमें कम पैसों में ज्यादा शेयर मिलेंगे, उसी तरह से जब शेयर का मूल्य बढ़ेगा तो हमको फायदा भी छोटे शेयरों में ज्यादा होगा।
यह सोचना सरासर गलत है क्योकि शेयर्स पैनी शेयर्स एक तरह से बिलकुल ही कूड़ा स्टॉक्स होतें हैं 100 में से 95 ऐसे स्टॉक्स होते हैं यानि 95% जिनके डूबने के आसार जाते हैं बाकि बचे 5 इनमे से ही एक कोई शेयर होगा जो आपको अच्छी वेल्थ बना कर देगा, बाकि 4 में 2 वहीँ पड़े रहेंगे 2 कुछ मतलब भर का लाभ देंगे।
कंपनी कि मार्किट कैप 100 Cr से कम होनी चाहिए - बहुत से लोगों को नहीं जनकरी होगी कि वास्तविक तरीका पैनी स्टॉक को ज्ञात करने का मार्किट कैप है यदि किसी कंपनी कि मार्किट कैप 100 करोड़ या उस से कम है तो कम्पनी को पैनी कंपनी कहा जाता है और उसके शेयर को पैनी शेयर, सच कहूं तो पैनी कंपनियां बहुत ही निवेश के लिहाज से बहुत ज्यादा खतरनाक होती हैं, कई बार आपका निवेश किया हुआ पैसा बिलकुल जीरो भी हो सकता है।
- कुछ अच्छे शेयर्स जो ख़राब पैनी शेयर्स बन गएँ जिन्होंने निवेशक का लगभग पूरा पैसा ख़तम कर दिया जैसे Visager Politex, Reliance communication.
- अच्छे पैनी शेयर्स जिन्होंने मल्टीबैगर रिटर्न दिए जैसे Suzlon Energy, IRFC.
पैनी शेयर्स कैसे ढूंढें - इसके लिए आपको सबसे पहले एक वेबसाइट पर जाना होगा जिसका नाम है www.screener.in फिर इसमें आपको अपनी आईडी बनानी होगी फिर इसमें आपको अपनी आईडी बनानी होगी इसके बाद ऊपर कि तरफ मेनू में आपको स्क्रीनर का ऑप्शन मिलेगा जहाँ पर आपको क्लिक करना है फिर नीचे कि तरफ पहले से बने हुए स्क्रीनर मिल जायेंगे जिनको कंपनी ने बनाया है लेकिन आपको यहां खुद से अपना स्क्रीनर बनाना होगा इसके लिए “Create new Screen” पर क्लिक करना होगा और अब उसके बाद ये कंडीशन डालनी होंगी।
Market Capitalization < 100 AND
Current price < 50
यह आपका बेसिक स्क्रीनर है जिसके माध्यम से आप सिर्फ पैनी शेयर्स को 1 क्लिक में ढूंढ सकती हैं अब यदि आप चाहतें हैं शेयर्स आपके सामने आएं हैं ये और कट छट कर आएं तो आप स्क्रीनर में और भी कंडीशन डाल सकतें हैं जैसे जो कंपनियां सामने आएं तो उनपर कर्ज न हो, प्रमोटर ने अपने शेयर गिरवी न रखें हों इत्यादि यहां पर मै अपने हिसाब से कंडीशन बनाकर दे रहा हूँ आपने हिसाब से आप इसे घटा बढ़ा सकते हैं
Market Capitalization < 100 AND
Current price < 100 AND
Debt < 0.20 AND
CFO to Net profit > 1 AND
Market Capitalization < Reserves AND
Pledged percentage < 1
इसमें मैंने PEG रेश्यो को फ़िल्टर नहीं किया है वरना उसको लगाने पर शेयर्स की संख्या और भी कम हो जाती है।
पैनी शेयर्स खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें -
Check Financial - पैनी शेयर्स को खरीदते समय सबसे ज्यादा जो जरुरी होता है कंपनी के प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट में रेवेनुए को देखना यह बहुत कम या बिलकुल जीरो नहीं होना चाहिए, अगर यह बहुत कम या जीरो होता है तो या तो कम्पनी बंद होने की कगार पर है या फिर शैल कम्पनी हो सकती है, रेवेनुए लगातार बढ़ना चाहिए,
सोचने वाली बात है कि जब कम्पनी कि सेल्स नहीं है तो उसका प्रॉफिट नहीं, तो उसका शेयर प्राइस बढ़ कैसे रहा है ? eg. Jagjanani Textiles Ltd.
Liquidity - जब किसी भी शेयर में हम एंट्री ले रहे हों तो हमको यह भी ध्यान रखना है कि उसमे एंट्री एग्जिट कितनी आसानी से कि जा सकती है उसमे लिक्विडिटी है भी या नहीं ? बहुत सारे ऐसे भी पैनी शेयर्स हैं जिनमे एंट्री लेना तो आसान है लेकिन एक बार एंट्री ले ली तो निकल पाना बहुत ही मुश्किल होता है।
No debt - पैनी शेयर्स में एंट्री लेते समय ध्यान दें कि उसपर कर्ज कितना है? चूंकि कंपनी छोटी है अधिकतम कर्ज उसकी मार्किट कैप या उसके रेवेन्यू से अधिकतम 2०% ही हो, इस से ज्यादा होने पर कंपनी को अनदेखा करें।
Pump and Dump - पंप एंड डंप एक ऐसा तरीक है जिससे किसी भी ऐसे शेयर के प्राइस को बढ़ाया जाता है जो बढ़ने योग्य नहीं हैं या आप कह सकते हैं कि झूठ धोखेबाजी से ऐसे शेयर के प्राइस को बढ़ाया जाता है जो बिलकुल ही बेकार होते हैं इन्हे सस्ते में बड़े ऑपरेटर के द्वारा खरीद लिया जाता है फिर झूठी भ्रामक जानकारी दी जाती है मेसेज या सोशल मीडिया व्हाट्सप्प या अन्य चैनल के माध्यम से जिस वजह से लोग आकर इसमें शेयर कि खरीददारी करते हैं महंगे दाम पर फि प्रमोटर शेयर बेचकर निकल जाते हैं और छोटे निवेशकों को घाटा होता है।